Senior Citizen: भारतीय रेलवे देश के प्रमुख परिवहन साधनों में से एक है. जो सीनियर सिटीजन के लिए विशेष सुविधाएँ प्रदान करता है. इसमें किराए में छूट, लोअर बर्थ की प्राथमिकता और रेलवे स्टेशनों पर व्हीलचेयर की सुविधा शामिल हैं. इन सुविधाओं का उद्देश्य यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना है.
सीनियर सिटीजन के लिए रेलवे की छूट और नियम
रेलवे पुरुष यात्रियों को जो 60 वर्ष और ऊपर के हैं और महिलाओं को जो 58 वर्ष और ऊपर की हैं. उन्हें सीनियर सिटीजन की श्रेणी में माना जाता है. इन यात्रियों को पहले सभी श्रेणियों की ट्रेनों में किराए में छूट प्रदान की जाती थी. लेकिन कोविड के चलते यह छूट वर्तमान में निलंबित है.
लोअर बर्थ के लिए प्राथमिकता
सीनियर सिटीजन को लोअर बर्थ मिलने की प्राथमिकता दी जाती है. यह प्राथमिकता सीटों की उपलब्धता के आधार पर होती है और 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को भी इसमें शामिल किया जाता है.
रिजर्वेशन में सुविधाएं
रेलवे के रिजर्व कोच में सीनियर सिटीजन के लिए कुछ सीटें आरक्षित होती हैं. यह सुविधा स्लीपर, एसी 3 और एसी 2 कोचों में उपलब्ध होती है. जिससे उन्हें यात्रा में सुविधा होती है.
लोकल ट्रेनों में भी विशेष सुविधा
मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में लोकल ट्रेनों में भी सीनियर सिटीजन के लिए कुछ सीटें आरक्षित होती हैं. इससे उनकी दैनिक यात्रा आसान हो जाती है.
रेलवे स्टेशनों पर मिलने वाली सुविधाएं
सीनियर सिटीजन के लिए बड़े रेलवे स्टेशनों पर व्हीलचेयर और कुली की सेवाएं उपलब्ध होती हैं. इससे उनकी स्टेशन पर यात्रा और भी सरल और सुविधाजनक हो जाती है.
ट्रेन में लोअर बर्थ न मिलने पर क्या करे
अगर किसी सीनियर सिटीजन को रिजर्वेशन के समय लोअर बर्थ नहीं मिल पाती है, तो वे ट्रेन के चलने के बाद भी टीटीई से संपर्क कर बर्थ बदलवा सकते हैं. यह सुविधा उन्हें यात्रा के दौरान अधिक आराम प्रदान करती है.