Smart Meter: बिहार सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य के सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर (Bihar Smart Meter Initiative) लगाने का निर्णय लिया है. यह कदम उपभोक्ताओं को अधिक जागरूक बनाने और बिजली की खपत को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है. सासाराम की जिला मजिस्ट्रेट उदिता सिंह के अनुसार यह सरकार की महत्वाकांक्षी योजना (Government’s ambitious plan) है जिसे सभी को समर्थन देना चाहिए.
स्मार्ट मीटर के फायदे
स्मार्ट प्रीपेड मीटर का स्थापना (Smart meter installation) जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मिशन मोड में की जा रही है. इन मीटरों को लगाने में किसी भी प्रकार का खर्च नहीं आता है. जिससे यह उपभोक्ताओं के लिए अतिरिक्त बोझ नहीं बनता है. डीएम ने यह भी अपील की कि नागरिकों को मीटर लगाने में कर्मचारियों का सहयोग करना चाहिए और किसी भी प्रकार का अवरोध नहीं उत्पन्न करना चाहिए.
स्मार्ट मीटर की बैलेंस और रिचार्ज सुविधा
विद्युत अधीक्षण अभियंता इंद्रदेव कुमार के अनुसार स्मार्ट मीटर का बैलेंस शून्य होने पर उपभोक्ताओं को दो दिन का समय दिया जाता है. जिसमें वे बिजली का उपयोग कर सकते हैं. यदि तीसरे दिन तक रिचार्ज (Recharge policy) नहीं किया गया है तो बिजली काट दी जाती है. यह व्यवस्था उपभोक्ताओं को अपनी बिजली खपत पर नजर रखने और बजट को संयमित करने में मदद करती है.
उपभोक्ताओं की जिम्मेदारी और नियम
यदि कोई उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लगाने में बाधा उत्पन्न करता है तो उसके खिलाफ बिहार विद्युत आपूर्ति संहिता के तहत सख्त कार्रवाई की जा सकती है. इसमें बिजली आपूर्ति काटने से लेकर कानूनी कार्रवाई तक शामिल है. इस प्रकार की कार्रवाई (Legal actions) सुनिश्चित करती है कि सभी उपभोक्ता इस नई व्यवस्था का पालन करें और उसमें सहयोग करें.