Haryana New Expressway: हरियाणा और अलीगढ़ के बीच 32 किलोमीटर लंबे फोरलेन एक्सप्रेसवे की निर्माण योजना अब साकार रूप लेने वाली है. इस एक्सप्रेसवे की लागत 2,300 करोड़ रुपये आंकी गई है और इसे विशेष तौर पर यातायात की भीड़ को कम करने और यात्रा को सुगम बनाने के लिए डिजाइन किया जा रहा है.
जाम से मुक्ति और सुविधाजनक यात्रा
यह नया एक्सप्रेसवे टप्पल में यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) और पलवल में ईस्टर्न पेरिफेरल (Eastern Peripheral) के इंटरचेंज के साथ जुड़ेगा जिससे नोएडा (Noida) और गुरुग्राम (Gurugram) तक का सफर और भी सुगम हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से खैर और जट्टारी जैसे क्षेत्रों में यातायात जाम की समस्या में कमी आएगी जिससे दैनिक यात्रियों को काफी राहत मिलेगी.
भूमि अधिग्रहण और निर्माण प्रक्रिया
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए अलीगढ़ के 43 गांवों से जमीन का अधिग्रहण (Land Acquisition) किया गया है. जीपीएस के माध्यम से जमीन को चिन्हित कर निर्माण कार्य आरंभ किया जा चुका है जिससे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी.
प्रोजेक्ट का व्यापक प्रभाव
एडीए (ADA) के उपाध्यक्ष अपूर्वा दुबे के अनुसार यह एक्सप्रेसवे न केवल यातायात की सुविधा प्रदान करेगा बल्कि एनसीआर (NCR) और अलीगढ़ के बीच की कनेक्टिविटी को भी सुधारेगा. इस प्रकार अलीगढ़ और खैर रोड के विकास में भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
आर्थिक और सामाजिक विकास की ओर एक कदम
यह फोरलेन एक्सप्रेसवे न केवल यातायात में सुधार लाएगा बल्कि स्थानीय आर्थिक विकास में भी योगदान देगा. सड़क निर्माण से जुड़े रोजगार के अवसरों से लेकर क्षेत्रीय व्यापार में वृद्धि तक इसके चहुमुखी प्रभाव देखने को मिलेंगे. यह प्रोजेक्ट हरियाणा और अलीगढ़ के बीच एक नए अध्याय का सूत्रपात करेगा.