Super Expressway: भारत के इन 423 गांवों से होकर गुजरेगा पहला सुपर एक्सप्रेसवे, इन दो राज्यों के बीच बढ़ेगी कनेक्टिविटी

Super Expressway: भारतीय सरकार ने देश में पहली बार सुपर एक्सप्रेसवे के निर्माण का कार्य आरंभ किया है, जो कि एक बड़े पैमाने पर उल्लेखनीय प्रगति को दर्शाता है. यह नया सुपर एक्सप्रेसवे दिल्ली से शुरू होकर जयपुर तक जाएगा और इसका उद्देश्य दोनों राज्यों और विभिन्न जिलों को जोड़ना है.

सुपर एक्सप्रेसवे का मार्ग और महत्व

यह भव्य सुपर एक्सप्रेसवे दिल्ली से शुरू होकर जयपुर में समाप्त होगा और इसकी कुल लंबाई लगभग 195 किलोमीटर होगी. इस मार्ग से न केवल यात्रा का समय कम होगा बल्कि यह दिल्ली और जयपुर के बीच यातायात की गुणवत्ता में सुधार करेगा.

प्रभावित होने वाले जिले और गांव

इस सुपर एक्सप्रेसवे का निर्माण हरियाणा और राजस्थान के सात मुख्य जिलों को कवर करेगा जिसमें गुड़गांव, रेवाड़ी, झज्जर, महेंद्रगढ़, अलवर, जयपुर और सीकर शामिल हैं. इसके अलावा इस मार्ग में 423 गांवों को भी प्रभावित किया जाएगा, जिससे स्थानीय समुदायों पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा.

निर्माण लागत और वित्तीय निवेश

सुपर एक्सप्रेसवे के निर्माण पर लगभग 6,530 करोड़ रुपये का खर्च आने की संभावना है. इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण और पुनर्वास जैसी गतिविधियों पर भी बड़ा वित्तीय निवेश किया जा रहा है.

परियोजना की समयसीमा और भविष्य की संभावनाएं

यदि सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो दिल्ली-जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे 2027 तक पूरा हो जाएगा. इसके पूरा होने से दिल्ली और जयपुर के बीच की दूरी सिर्फ 120 मिनट में तय की जा सकेगी. जिससे आर्थिक और सामाजिक विकास में तेजी आएगी.